अकादमी द्वारा अपने संस्थापन उद्देश्यों की पूर्ति के निमित्त प्रारम्भिक रूप से जो कार्ययोजना निर्धारित की गई उसके अन्तर्गत जिला स्तरीय ईकाईयों का पुर्नगठन कर उन्हें अधिक सक्रिय किये जाने की पहल करने, राष्ट्रीय स्तर पर संगोष्ठीयों, व्याख्यान, परिचर्चा, कविगोष्ठी एवं कार्यशाला का आयोजन करने, डॉ॰ अम्बेडकर, महात्मा गांधी, संत बालीनाथ, संत रविदास, संत कबीर की जयन्ती कार्यक्रम आयोजित करने, अकादमी की स्थापित गतिविधियों / प्रवृत्तियों यथा शोध केन्द्र, ग्रन्थालय एवं प्रलेखन केन्द्र का संचालन एवं संवर्द्धन, शोध पत्रिका ‘‘पूर्वदेवा ’’ का नियमित प्रकाशन एवं वितरण किया जाना साथ ही उपलब्ध वित्तीय संसाधनों के परिप्रेक्ष्य में कार्ययोजनानुसार राष्ट्रीय दलित साहित्यकार सम्मेलन का आयोजन और आवश्यकतानुसार पुस्तक, पाण्डुलिपि प्रकाशन योजना तथा दलित साहित्य अकादमी पुरस्कार योजना का क्रियान्वयन किया जाना सम्मिलित है। संस्था की योजनानुसार संत कबीर सभा भवन के निर्माण को पूर्ण करवाने एवं ग्रन्थालय में नवींन पुस्तकों के संग्रहण, फर्नीचर एवं उपकरणों की आवश्यकतानुसार खरीदी करने साथ ही पूर्णकालिक संकाय सदस्यों/तकनिकी कर्मचारियों की सेवाऐं प्राप्त करना प्रस्तावित था।
कार्ययोजना को मूर्तरूप दिये जाने हेतु विशेष रूप से मध्यप्रदेश शासन, संस्कृति विभाग से पर्याप्त पोषण अनुदान प्राप्ति हेतु आवेदन करने, साथ हीं भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद, मानव संसाधन विभाग, नईदिल्ली से वित्तीय सहयोग एवं जनसहयोग प्राप्त करना अपेक्षित था।
प्रतिवेदन वर्ष 2014-15 | प्रतिवेदन वर्ष 2015-16 | प्रतिवेदन वर्ष 2016-17